बच्चों के कान में संक्रमण: जानिए इसके कारण और लक्षण?
बच्चों के कान में संक्रमण होना बहुत आम होता है। आमतौर पर बच्चों के कान के मध्य भाग में सबसे ज्यादा संक्रमण होता है। जिसे ओटिटिस मीडिया कहा जाता है। इसमें कान के आंतरिक भाग में सूजन आ जाती है।
कान में संक्रमण होने का खतरा किसे अधिक होता है?
हालांकि कान का संक्रमण किसी को भी हो सकता है लेकिन वयस्कों की तुलना में बच्चों में होने की संभावना अधिक रहती है। इसके मुख्यतः दो कारण हैं-
- वयस्कों की तुलना में बच्चों में यूस्टेशियन ट्यूब छोटी होती हैं। जिसकी वजह से बच्चों के कान से तरल पदार्थ बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है।
- बच्चे की इम्युनिटी वयस्क के मुकाबले काफी कमजोर होती है। इसकी वजह से बच्चे संक्रमण की चपेट में जल्दी आ जाते है।
क्यों होता है कान में इन्फेक्शन?
कान का संक्रमण कई कारणों से हो सकता है, जिनमें सामान्य सर्दी, फ्लू, एलर्जी आदि शामिल हैं। इसके मुख्य कारणों की बात करें तो वे इस प्रकार हैं-
बैक्टीरियल संक्रमण के वजह से: बैक्टीरिया, जैसे स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा, दो सबसे आम बैक्टीरिया हैं। यह मध्य कान के संक्रमण, निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। बच्चों में अक्सर इन संक्रमणों की वजह से ऊपरी श्वसन संक्रमण, सर्दी, या गले में खराश हो सकती है। जिसके बाद अक्सर बच्चे में कान की समस्या शुरू हो जाती है।
यूस्टेशियन ट्यूब में ब्लॉकेज होना: यूस्टेशियन ट्यूब एक नलिका है जो मध्य कान को गले के पीछे से जोड़ती है। ये ट्यूब आपकी नाक तक हवा ले जाती हैं। इसके साथ ही ये कान के तरल पदार्थ को बाहर निकालने में सहायता करती हैं। जुकाम, एलर्जी या संक्रमण के कारण कभी-कभी आपकी यूस्टेशियन नलियां बंद हो सकती हैं। इस स्थिति में कान का संक्रमण विकसित हो सकता है।
बच्चों को लेटकर स्तनपान कराना: स्तनपान कराते समय मां अक्सर शिशु को लेटकर दूध पिलाती है, जिससे कान में दूध जाने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बच्चे के कान में संक्रमण हो सकता है।
कान में तेल डालना: कान एक बहुत ही संवेदनशील अंग है। बच्चे के कान में तकलीफ होने पर अक्सर लोग उसके कान में तेल डाल देते हैं। डॉक्टर द्वारा इसकी सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इससे कान की समस्या और भी बदतर हो सकती है।
आपके बच्चे के कान में संक्रमण है या नहीं, यह जानने के लिए आपको कुछ लक्षणों पर ध्यान देने की जरुरत है। जब किसी बच्चे के कान में संक्रमण होता है, तो आमतौर पर ये लक्षण दिखाई देंगे:
- कान के अंदर दर्द होना
- सुनने में कठिनाई होना
- कान से डिस्चार्ज होना
- कान के अंदर दबाव महसूस होना
- कान में और उसके आसपास खुजली और जलन होना
- कान के अंदर और आसपास पपड़ीदार त्वचा बनना
नवजात के कान में संक्रमण है, यह कैसे समझें?
एक छोटा बच्चा जब रोता है तो अक्सर माता- पिता को यह समझने में परेशानी होती है कि वह क्यों रो रहा है। कभी-कभी कान में समस्या होने की वजह से भी बच्चे रोते है। इसलिए इसे समझने के लिए माता-पिता को बच्चों की इन कुछ हरकतों पर ध्यान देना चाहिए-
- कानों को खींचना
- चिड़चिड़ापन और रोना
- नींद न आना
- बुखार आना
- कान से तरल पदार्थ का निकलना
- धीमी आवाज़ सुनने या प्रतिक्रिया करने में परेशानी होना
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