ब्रेस्ट में होने वाला हर बदलाव हो स्तन कैंसर के लक्षण, ऐसा जरुरी नहीं!

 

स्तन कैंसर के लक्षण:DocTubeBlog


क्या आप जानते हैं कि भारत में स्तन कैंसर से पीड़ित प्रत्येक 2 नई महिलाओं में से एक महिला की मृत्यु हो जाती है? 

भारत में ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है। अगर आंकड़ों की बात करें तो कुल मिलाकर, 29 में से 1 महिला को अपने जीवनकाल में स्तन कैंसर होने की संभावना रहती है। डॉक्टर का कहना है कि अगर ये कैंसर फैल जाये तो मरीज को और भी कई परेशानियां हो सकती हैं। जैसे कि अगर यह कैंसर हड्डियों में फैल जाए है तो शरीर में तेज दर्द होता है। वहीं, अगर ब्रेन में कैंसर फैल जाये तो सिरदर्द, दौरे और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए अगर स्तन कैंसर के लक्षण नजर आये तो तुरंत चिकित्सक के पास जाकर अपनी जाँच कराएं और उचित इलाज कराएं। अब स्तन कैंसर के लक्षण के बारे में जानने से पहले ये जानेंगे कि ब्रेस्ट कैंसर होता क्या है। 


ब्रेस्ट कैंसर क्या है?

कई बार स्तन की कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने के कारण स्तन में गांठ बन जाती है या स्तन में अन्य परिवर्तन देखने को मिल सकते है। यह स्तन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। 
अगर बात करें स्तन कैंसर के लक्षण की तो इसके चेतावनी संकेत कुछ इस प्रकार हैं-

  • स्तन के आकार में परिवर्तन होना 
  • स्तन में कोई गांठ महसूस होना
  • निप्पल पर या उसके आसपास लालपन या दाने आना 
  • निप्पल से डिस्चार्ज होना
  • ब्रेस्ट या आर्मपिट में लगातार दर्द होना

अलग-अलग लोगों में ब्रेस्ट कैंसर के अलग-अलग लक्षण दिखाई दे सकते हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या स्तन में होने वाला हर बदलाव ब्रेस्ट कैंसर का संकेत होता है, तो जवाब हैं नहीं। ज्यादातर महिलाएं अपने जीवनकाल में इन अलग-अलग समय पर अपने स्तनों में बदलाव देख सकती हैं-

पीरियड्स के दौरान: कुछ महिलाओं को पीरियड्स से पहले या उसके दौरान अपने स्तनों में दर्द, सूजन या कोमलता महसूस हो सकती है। ये परिवर्तन आपके स्तनों में अतिरिक्त तरल पदार्थ के कारण हो सकते हैं।

गर्भावस्था के दौरान: आमतौर गर्भावस्था के दौरान दूध बनाने वाली ग्रंथियों की संख्या बढ़ रही होती है। इसकी वजह से संभवतः ब्रेस्ट का आकार बढ़ भी सकता है। इसलिए कई बार आपको इस दौरान स्तनों में गांठ महसूस हो सकती है या अन्य परिवर्तन दिख सकते हैं। 

मेनोपॉज के दौरान: जैसे-जैसे महिलाएं मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति के करीब पहुंचती हैं, एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में बदलाव होता है। इसकी वजह से मेनोपॉज के दौरान आपको ब्रेस्ट में कोमलता महसूस हो सकती है। साथ ही मेनोपॉज के बाद आपको स्तनों में पहले की तुलना में अधिक गांठ और दर्द महसूस हो सकती है। इसके अलावा, निप्पल से डिस्चार्ज होना भी बंद हो सकता है

हार्मोन की दवाइयां लेने से: यदि आप किसी तरह का हार्मोन ले रहे हैं (जैसे हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी, जन्म नियंत्रण की गोलियां या इंजेक्शन), तो इससे भी आपको स्तन में परिवर्तन महसूस हो सकते हैं।



आमतौर पर इन कुछ स्थितियों में महिलाएं अपने ब्रेस्ट में गांठ या किसी तरह का बदलाव महसूस कर सकती हैं। इसमें कई बार आपको ये समझने में मुश्किल हो सकती है कि क्या ब्रेस्ट में गांठ स्तन कैंसर के लक्षण है या अन्य चिकित्सकीय स्थितियों के लक्षण हैं। इसके लिए इन गांठों या अन्य स्तन परिवर्तनों का निदान होना महत्वपूर्ण होता है। इसलिए जब भी आपको ब्रेस्ट में किसी तरह का बदलाव महसूस हो तो अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।





Reference:

  • Cancer statistics - India against cancer (2020). Available at:
  • Centers for Disease Control and Prevention, 2022. What are the symptoms of breast cancer? Centers for Disease Control and Prevention. Source


No comments

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Powered by Blogger.