बढ़ते प्रोस्टेट के लक्षण को रोकना है तो खाने में करें ये बदलाव
उम्र बढ़ने के साथ-साथ पुरुषों में बढ़ते प्रोस्टेट के लक्षण नजर आना एक आम समस्या है। इस परेशानी को बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया (Benign Prostatic Hyperplasia) कहा जाता है। भारत में 60 साल की उम्र तक लगभग 50% पुरुष इस समस्या से पीड़ित होते हैं। वहीं पूरे विश्व में 50 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों में 20% से लेकर 62% तक बीपीएच (BPH) के मामले पाये जाते हैं।
बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया रोग क्या है?
पुरुषों के शरीर में प्रोस्टेट ग्लैंड मौजूद होता है, जिसे पौरुष ग्रंथि भी कहा जाता है। ये पुरुषों के रिप्रोडक्टिव सिस्टम का एक अहम हिस्सा है। प्रोस्टेट ग्लैंड ऐसे फ्लूइड् को तैयार करता है जिससे पुरुषों के स्पर्म को सुरक्षा और पोषण दोनों चीजें मिलती हैं। जब इस ग्लैंड के टिश्यू किसी कारण से बढ़ने लगते हैं तो प्रोस्टेट का आकार भी बड़ा हो जाता है। इसी समस्या को बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया कहा जाता है।
एक नजर डालें बढ़ते प्रोस्टेट के लक्षण पर
- बार-बार पेशाब आना
- पेशाब की धार कम होना
- पेशाब कंट्रोल न कर पाना
- रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना
- पेशाब के बाद भी ड्रिपलिंग का जारी रहना
कुछ मामलों में प्रोस्टेट के लक्षण गंभीर भी हो सकते हैं। ये एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज तो संभव है ही, साथ ही व्यक्ति अपने खानपान में थोड़ा सा बदलाव करके भी इस समस्या से राहत पा सकता है। कुछ सर्वे की मानें तो खानपान का असर प्रोस्टेट के स्वास्थ्य पर पड़ता है। मीट और ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन बीपीएच और प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। वहीं दूसरी तरफ फल, हरी सब्जियों और गुड फैट का सेवन प्रोस्टेट के स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। प्रोस्टेट की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति की डाइट में कुछ महत्वपूर्ण चीजों का मौजूद होना जरूरी है -
बीपीएच डाइट चार्ट में शामिल करें ये चीजें
सैल्मन: सैल्मन फिश में हेल्दी फैट्स मौजूद होते हैं। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड भी पाया जाता है जो शरीर में सूजन की परेशानी को कम करता है2।
टमाटर: टमाटर में लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो प्रोस्टेट ग्लैंड सेल्स के लिए फायदेमंद होता है।
बेरीज: स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी आदि का सेवन प्रोस्टेट के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। ये शरीर से फ्री रेडिकल्स हटाने में मदद करते हैं। इससे बढ़ते प्रोस्टेट के लक्षण में राहत मिल सकती है2।
खट्टे फल: संतरा, नींबू, ग्रेपफ्रूट आदि फलों में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। प्रोस्टेट की समस्याओं से निजात पाने के लिए इन फलों का सेवन जरूरी है2।
नट्स: नट्स में भी हेल्दी फैट और जिंक की भरमार होती है। ब्राजील नट्स में जिंक बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है जो पुरुषों के लिए जरूरी है। वहीं अखरोट और बादाम में विटामिन ई और कैल्शियम पाया जाता है, जिसका सेवन प्रोस्टेट कैंसर से भी बचा सकता है।
बढ़ते प्रोस्टेट के लक्षण में क्या न खाएं?
- रेड मीट के सेवन से करें परहेज
- प्रोसेस्ड फूड्स और रिफाइन्ड शुगर न खाएं
- चाय, कॉफी व अन्य कैफीनेटेड प्रोडक्ट्स से रहें दूर
- मसालेदार खाने का सेवन करें कम
- डेयरी प्रोडक्टस खाने से बचें
- शराब के सेवन को करें नजरअंदाज
खानपान में सुधार आपको बढ़ते प्रोस्टेट के लक्षण से राहत दे सकता है। इस बीमारी का इलाज दवाईयों और सर्जरी दोनों तरीके से किया जा सकता है लेकिन सभी मामलों में सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। अगर व्यक्ति पहले से ही अपने खानपान और जीवनशैली का ध्यान रखे तो बढ़ते प्रोस्टेट की समस्या से राहत मिल सकती है। अगर आप भी बीपीएच रोग से परेशान हैं तो आज से ही अपने खाने की आदतों में बदलाव लाने की कोशिश करें।
Reference
- Suresh, K. (2022) “Prostate Health in India (BPH & prostate cancer),” Archives of Cancer Science and Therapy, 6(1), pp. 009–017. Available at:
2. Lybrate. 2023. Diet chart for an enlarged prostate patient, enlarged prostate diet chart: Lybrate. (no date) Lybrate. Source:
3 . Specialists, U. (2023) 6 superfoods for a healthy prostate, Urology Specialists NC. Available at:
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