दिखे ये 11 गंभीर लक्षण तो तुरंत कराएं डेंगू का उपचार

 

डेंगू का उपचार:DocTubeBlog

डेंगू एक जानलेवा बीमारी है। एडीज मच्छर के काटने से ये रोग फैलता है। आज लगभग पूरी दुनिया इस बीमारी की चपेट में है और भारत में हर साल डेंगू के लाखों मामले सामने आ रहे हैं। भारत सरकार की तरफ से जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2022 तक देश में डेंगू के 1 लाख 10 हजार 473 मामले सामने आये थे1। वहीं 86 लोगों ने इस बीमारी के कारण अपनी जान गवां दी थी। इसीलिए डेंगू को आम बीमारी समझने की गलती न करें। ये आंकड़े बताते हैं कि अगर सही समय पर डेंगू का उपचार न हो तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। 


बात अगर डेंगू के लक्षणों के बारे में की जाये तो ये हल्के और गंभीर दोनों हो सकते हैं। एक नजर डालें डेंगू के हल्के लक्षणों पर - 


  • बुखार
  • जोड़ों, मांसपेशियों एवं हड्डियों में दर्द
  • उल्टी
  • जी मिचलाना
  • रैशेज
  • आँखों में दर्द

इस बारे में रतलाम से कम्यूनिटी मेडिसिन विशेषज्ञ, डॉ. ध्रुवेन्द्र पांडे का कहना है कि डेंगू एक वायरल बीमारी है जो ज्यादातर मामलों में अपने आप ठीक हो जाती है। इसका कोई विशिष्ट इलाज उपलब्ध नहीं है। लक्षणों के आधार पर ही डेंगू का उपचार किया जाता है।


इन 11 गंभीर लक्षणों को न करें नजरअंदाज

भारत सरकार की तरफ से जारी की गयी गाइडलाइन्स में ये बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति डेंगू फीवर से पीड़ित है, तो कुछ दिनों तक उसकी स्थिति पर नजर रखनी चाहिये। ये बीमारी अचानक से गंभीर हो सकती है। डेंगू से जुड़ी जटिलताएं बुखार होने के चौथे या पांचवें दिन से दिखाई देना शुरू होती है। इसीलिए अगर मरीज का बुखार उतर भी जाये तो भी कम से कम 2 दिनों तक उसके स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है। इस गाइडलाइन में उन 11 गंभीर लक्षणों का भी जिक्र किया गया है, जिसके दिखाई देने पर मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिये -

  • त्वचा पर लाल दाग 
  • नाक या मसूड़ों से खून निकलना
  • लगातार उल्टी होना
  • उल्टी में खून आना
  • काला मल
  • बहुत ज्यादा नींद आना
  • बार-बार रोना आना
  • पेट में दर्द
  • बहुत ज्यादा प्यास लगना या मुँह का सूखना
  • त्वचा का पीला पड़ना या चिपचिपाहट का एहसास होना
  • सांस लेने में तकलीफ


अगर मरीज में इस तरह के लक्षण नजर आये तो बिना देरी किये उसे निकटवर्ती अस्पताल में ले जाना चाहिये ताकि समय रहते डेंगू का उपचार हो सके।


क्या बचाव ही है डेंगू का सर्वश्रेष्ठ उपचार?


विशेषज्ञों का यही मानना है कि बचाव के तरीकों को अपनाकर ही डेंगू का उपचार संभव है। इस बारे में जयपुर से जनरल फिजिशियन डॉ. अनिल जैन का कहना है कि डेंगू के मच्छर दिन में काटते हैं। इसीलिए ये जरूरी है कि व्यक्ति खुद को इस बीमारी से बचाने के लिए अहम कदम उठाए। जैसे-

  • शरीर को अच्छे से ढककर रखें और इसके लिए पूरे बांह के कपड़े पहनें।
  • मच्छर भगाने वाली क्रीम्स का इस्तेमाल करें।
  • घर के आसपास पानी या गंदगी इकट्ठा न होने दें।
  • साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • कीटनाशक दवाईयों का उपयोग करें ताकि मच्छरों का लार्वा खत्म हो सके।

इन सबके अलावा खानपान पर ध्यान देना और शरीर में पानी की संतुलित मात्रा को बनाये रखना जरूरी है। इससे इम्यूनिटी बढ़ती है और बीमारियां दूर रहती हैं। 


डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी को हल्के में कभी भी न लें। इसके लक्षणों को समझना सबसे ज्यादा जरूरी है तभी समय रहते डेंगू का उपचार किया जा सकता है। अगर इसके गंभीर लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाये तो मरीज की जान भी जा सकती है। इसीलिए जागरूक और जानकार दोनो बनें ताकि डेंगू को बढ़ने से रोका जा सके।




Reference 

Ministry of Health & Family Welfare-Government of India (no date) Dengue/DHF situation in India, National Center for Vector Borne Diseases Control (NCVBDC). Available at

Centers for Disease Control and Prevention, 2021, Symptoms and treatment (2021) Centers for Disease Control and Prevention.  Available at

NCVBDC, 2023. DOíS AND DONíTíS FOR MANAGING DENGUE FEVER/DENGUE HAEMORRHAGIC FEVER CASES. Source:



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