क्या कान में संक्रमण को इग्नोर करना बना सकता है बच्चे को बहरा?
क्या आपका बच्चा अपने कानों को छूते वक्त बार-बार रोता है? अगर आपने अभी तक इस बात पर ध्यान नहीं दिया है तो अब देना शुरू कर दीजिये। हो सकता है आपका बच्चा कान में संक्रमण की समस्या से परेशान हो। इस समस्या को ओटाइटिस मीडिया कहा जाता है, जिसमें कान के मध्य भाग में सूजन या संक्रमण की स्थिति पैदा हो जाती है। 6 साल व उससे कम उम्र के बच्चे इस समस्या से ज्यादा परेशान रहते हैं।
बच्चों में कान में सक्रमण के लक्षण
कान में दर्द होना
बार-बार कानों को छूना
कान से पस निकलना
चिड़चिड़ापन
बुखार
भूख न लगना
सोने में तकलीफ होना
अगर आपके बच्चे में भी इस तरह के लक्षण नजर आते हैं तो उसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। इससे आपके बच्चे की सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी यही कहना है2। संगठन के मुताबिक कान में संक्रमण बच्चों में होने वाली सबसे आम समस्या है। इससे मौत होने के मामले बहुत कम हैं लेकिन इसके कारण बच्चा बहुत दिनों तक बीमार रह सकता है। इतना ही नहीं डेवलपिंग देशों में कान में संक्रमण बहरेपन का मुख्य कारण है। इस बहरेपन का प्रभाव बच्चे की सीखने की क्षमता पर भी पड़ता है। इसाीलिए ये बेहद जरूरी है कि समय रहते बच्चों में इस समस्या के लक्षणों को पहचान कर उसका इलाज किया जाये ताकि बच्चे को भविष्य में कोई बड़ी परेशानी न हो।
कान में संक्रमण से बच्चे को हो सकती हैं और भी कई तकलीफें!
कुछ सर्वे में ये बताया गया है कि अगर बच्चे में कान में संक्रमण का इलाज सही समय पर न हो तो ये बड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है, जैसे -
कान के पर्दे में छेद - विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अगर बच्चे में कान के संक्रमण का इलाज नहीं किया गया तो इससे उसके कान के पर्दे में छेद हो सकता है1। हालांकि, अक्सर कान के पर्दे की परेशानियां अपने आप ठीक हो जाती हैं लेकिन अगर कान से पस का निकलना जारी रहता है तो कान का पर्दा ठीक नहीं हो सकेगा। इसके कारण बच्चे के सुनने की शक्ति जा सकती है1।
मास्टोइडाइटिस - कान में संक्रमण के इलाज में देरी, कान के पीछे स्थित मास्टॉयड हड्डी को प्रभावित कर सकती है। इससे बच्चा मास्टोइडाइटिस की चपेट में आ सकता है2।
मेनिनजाइटिस - कान का संक्रमण बढ़कर मस्तिष्क तक जा सकता है जिससे मेनिनजाइटिस होने की आशंका भी बढ़ सकती है। इससे बच्चे का स्वास्थ्य पूरी तरह से प्रभावित हो सकता है।
डेवलपमेंटल डिले - कान में संक्रमण से बच्चे के सुनने की क्षमता या तो आंशिक या फिर पूर्ण रूप से प्रभावित हो सकती है। इसका असर बच्चे के सोशल स्किल्स और स्पीच डेवलपमेंट पर पड़ सकता है। जब बच्चे को अच्छे से सुनाई नहीं देगा तो उसे बोलने में भी परेशानी होगी। इसके साथ ही वो स्कूल में अच्छे से पढ़ाई नहीं कर पायेगा जिसके कारण उसके विकास में भी देरी होगी।
इसीलिए, अगर आपका बच्चा भी कान में संक्रमण से पीड़ित है और आप उसे ऊपर बताये गये गंभीर परेशानियों से बचाना चाहते हैं तो तुरंत उसका इलाज कराएं। कान में संक्रमण गंभीर समस्या नहीं है लेकिन अगर समय पर इसका इलाज नहीं हुआ तो ये बड़ी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसीलिए लापरवाही बिल्कुल भी न करें।
Reference
कान में दर्द होना
बार-बार कानों को छूना
कान से पस निकलना
चिड़चिड़ापन
बुखार
भूख न लगना
सोने में तकलीफ होना
कुछ सर्वे में ये बताया गया है कि अगर बच्चे में कान में संक्रमण का इलाज सही समय पर न हो तो ये बड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है, जैसे -
कान के पर्दे में छेद - विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अगर बच्चे में कान के संक्रमण का इलाज नहीं किया गया तो इससे उसके कान के पर्दे में छेद हो सकता है1। हालांकि, अक्सर कान के पर्दे की परेशानियां अपने आप ठीक हो जाती हैं लेकिन अगर कान से पस का निकलना जारी रहता है तो कान का पर्दा ठीक नहीं हो सकेगा। इसके कारण बच्चे के सुनने की शक्ति जा सकती है1।
मास्टोइडाइटिस - कान में संक्रमण के इलाज में देरी, कान के पीछे स्थित मास्टॉयड हड्डी को प्रभावित कर सकती है। इससे बच्चा मास्टोइडाइटिस की चपेट में आ सकता है2।
मेनिनजाइटिस - कान का संक्रमण बढ़कर मस्तिष्क तक जा सकता है जिससे मेनिनजाइटिस होने की आशंका भी बढ़ सकती है। इससे बच्चे का स्वास्थ्य पूरी तरह से प्रभावित हो सकता है।
डेवलपमेंटल डिले - कान में संक्रमण से बच्चे के सुनने की क्षमता या तो आंशिक या फिर पूर्ण रूप से प्रभावित हो सकती है। इसका असर बच्चे के सोशल स्किल्स और स्पीच डेवलपमेंट पर पड़ सकता है। जब बच्चे को अच्छे से सुनाई नहीं देगा तो उसे बोलने में भी परेशानी होगी। इसके साथ ही वो स्कूल में अच्छे से पढ़ाई नहीं कर पायेगा जिसके कारण उसके विकास में भी देरी होगी।
इसीलिए, अगर आपका बच्चा भी कान में संक्रमण से पीड़ित है और आप उसे ऊपर बताये गये गंभीर परेशानियों से बचाना चाहते हैं तो तुरंत उसका इलाज कराएं। कान में संक्रमण गंभीर समस्या नहीं है लेकिन अगर समय पर इसका इलाज नहीं हुआ तो ये बड़ी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसीलिए लापरवाही बिल्कुल भी न करें।
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