पीरियड, सेक्स और प्रेगनेंसी, ये तीनों ही चीजें आपस में कनेक्टेड होती हैं। अगर एक महिला प्रेगनेंट होना चाहती है, तो उसे अपनी पीरियड साइकिल और अपने पार्टनर के साथ संबंध कब बनाना है, इसकी जानकारी होनी चाहिये। इन बातों पर ही प्रेगनेंसी निर्भर करती है। अब यहाँ एक अहम सवाल ये भी खड़ा होता है कि क्या पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट हो सकते हैं? तो इसका जवाब जानने से पहले मेंस्ट्रुअल साइकिल को समझना जरूरी है।
अपनी मेंस्ट्रुअल साइकिल को समझें
पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट हो सकते हैं या नहीं, इसे जानने के लिए आपको अपने मेंस्ट्रुअल साइकिल को समझना होगा। हर महिला में मेंस्ट्रुअल साइकिल की शुरुआत उनके पीरियड के पहले दिन से होती है। वहीं अगले पीरियड आने के पहले दिन तक ये साइकिल चलती रहती है। सामान्य तौर पर इस साइकिल की अवधि 28 दिनों की होती है लेकिन कुछ महिलाओं में इसकी अवधि घट या बढ़ भी सकती है। इसी साइकिल के बीच में महिला ओव्यूलेट करती है, जिसकी शुरुआत माहवारी आने के 12 से 14 दिन पहले होती है। ओव्यूलेशन की प्रक्रिया तकरीबन 7 दिनों तक चलती है और अगर इस दौरान महिला अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाये, तो उसके गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
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अब जानें क्या पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट हो सकते हैं?
इसका जवाब हां और ना दोनों ही होता है। यहाँ कन्फयूज ना हों। दरअसल, पीरियड में प्रेगनेंसी की संभावना ना के बराबर होती है लेकिन कुछ मामलों में पीरियड में संबंध बनाने से महिलाएं प्रेग्नेंट हुई हैं। ऐसे मामले तभी सामने आये हैं, जब बिना किसी प्रोटेक्शन के एक कपल ने पीरियड में संबंध बनाया हो। यहां कहने का मतलब ये है कि अगर बिना कॉन्डम या अन्य किसी प्रोटेक्शन के सेक्स किया जाये, तो एक महिला कभी भी प्रेगनेंट हो सकती है, फिर चाहे उस महिला का पीरियड साइकिल ही क्यों ना चल रहा हो।
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क्या पीरियड के आखिरी दिन में प्रेगनेंसी हो सकती है?
पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट हो सकते हैं, इस सवाल के साथ-साथ एक और सवाल कपल अक्सर पूछते हैं कि क्या पीरियड के आखिरी दिन में प्रेगनेंसी हो सकती है? तो इसका जवाब है हाँ, ऐसा हो सकता है। अगर पीरियड के छठवें दिन में ब्लीडिंग रूक जाती है और महिला सातवें दिन अपने पार्टर के साथ बिनी किसी प्रोटेक्शन के संबंध बनाती है, तो स्पर्म महिला के फैलोपियन ट्यूब में प्रवेश कर जाता है। ये तो सभी जानते हैं कि एक पुरुष का स्पर्म महिला के शरीर में 5 से 7 दिनों तक रहता है। ऐसे में अगर महिला 11वें दिन ओव्यूलेट करती है, तो तब तक पुरुष का स्पर्म फैलोपियन ट्यूब में ही मौजूद रहता है। ऐसे में अगर महिला का एग और पुरुष का स्पर्म फैलोपियन ट्यूब में मिल जाता है, तो इसे फर्टिलाइजेशन कहते हैं। इस प्रक्रिया के होने से ये पूरी संभावना रहती है कि महिला प्रेगनेंट हो जाये।
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पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट हो सकते हैं या नहीं, उम्मीद है इस मामले में आपका कंफ्यूजन दूर हो गया होगा। बात यहां साधारण सी है। अगर आप प्रेगनेंसी नहीं चाहतीं, तो हमेशा संबंध बनाते वक्त प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें। वहीं अगर आप प्रेग्नेंट होना चाहती हैं, तो अपने ओव्यूलेशन पीरियड को जानें और उस दौरान संबंध बनाएं। इससे आपको गर्भधारण में आसानी होगी।
महिलाओं की मेन्सट्रुअल साइकिल की अवधि कितने दिनों की होती है?
सामान्य तौर पर महिला की मेन्सट्रुअल साइकिल की अवधि 28 दिनों की होती है लेकिन कुछ महिलाओं में इसकी अवधि घट या बढ़ सकती है। इसी साइकिल के बीच में महिला ओव्यूलेट करती है, जिसकी शुरुआत माहवारी आने के 12 से 14 दिन पहले होती है।
पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट होने का मुख्य कारण क्या है?
पीरियड में संबंध बनाने से प्रेग्नेंट होने का मुख्य कारण है- असुरक्षित सेक्स। अगर बिना कॉन्डम या अन्य किसी प्रोटेक्शन के सेक्स किया जाये, तो एक महिला कभी भी प्रेगनेंट हो सकती है। ऐसा महिला के पीरियड के दौरान भी हो सकता है।
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