महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण में कहीं यूटीआई तो शामिल नहीं!
पेट के निचले हिस्से में दर्द ने अगर आपको बहुत ज्यादा परेशान कर दिया है, तो इसका मतलब ये सामान्य दर्द नहीं है। ये जरूरी है कि इस दर्द के पीछे के कारण का पता लगाया जाये। बात अगर महिलाओं के बारे में की जाये, तो उनमें लगातार पेट दर्द होना अच्छा संकेत नहीं है। महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण में कई बीमारियां शामिल हो सकती हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई)। अगर कोई महिला इस रोग से पीड़ित है, तो उसे लगातार पेट दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
5 में से 1 महिला हो सकती है यूटीआई का शिकार!
सर्वे के मुताबिक, सिर्फ यूटीआई के कारण हर साल तकरीबन 10 मिलियन लोग डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाते हैं। वहीं, 5 में से एक महिला इस बीमारी की चपेट में आ सकती है। कहने का मतलब ये है कि महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण में यूटीआई एक प्रमुख कारण हो सकता है। (Ref)
यूटीआई के लक्षण
यूटीआई 2 प्रकार का होता है। एक है लोअर यूटीआई और दूसरा है अपर यूटीआई। ब्लैडर या यूरेथ्रा में होने वाले इंफेक्शन को लोअर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कहते हैं। (Ref)
लोअर यूटीआई के लक्षण
- बार-बार पेशाब का एहसास होना
- पेशाब करने के दौरान दर्द होना
- अचानक से तेज पेशाब लगना
- ब्लैडर का खाली न होना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
- हर वक्त थकावट का एहसास होना
वहीं दूसरी तरफ किडनी और यूरेटर में होने वाले संक्रमण को अपर यूटीआई कहा जाता है। (Ref)
अपर यूटीआई के लक्षण
- बुखार होना
- पेट के साइड वाले हिस्से में एवं कमर में दर्द होना
- ठंड लगना
- कंफ्यूजन
- हर वक्त बेचैनी रहना
अगर महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण में यूटीआई शामिल होता है, तो उनमें उपर बताये गये लक्षण जरूर नजर आयेंगे। ऐसी हालत में बिना देरी किये जाँच कराना बेहद जरूरी है, वरना मरीज की परेशानियां बढ़ सकती हैं।
क्या है यूटीआई का इलाज?
यूटीआई का इलाज एंटीबायोटिक दवाईयों की मदद से संभव है। ज्यादातर महिलाओं को 3 दिनों के लिए एंटीबायोटिक दवाईयां दी जाती हैं। वहीं पुरुषों, गर्भवती महिलाओं या फिर जिनमें यूटीआई के गंभीर लक्षण नजर आते हैं, उनमें इन दवाईयों का कोर्स थोड़ा लंबा चल सकता है। शुरुआती इलाज की मदद से 3-5 दिनों में ही यूटीआई के लक्षणों से आराम मिल सकता है। इसके लिए ये जरूरी है कि डॉक्टर द्वारा एंटीबायोटिक दवाईयों का जो कोर्स दिया गया है, उसे पूरा किया जाये। (Ref)
एक बात का विशेष रूप से ख्याल रखें कि दवाईयां समय पर नहीं लेने से ये इंफेक्शन किडनी तक भी फैल सकता है। इसीलिए, डॉक्टर्स भी इस दौरान समय पर दवाईयां लेने और ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं। (Ref)
यूटीआई को बिल्कुल भी इग्नोर न करें। इस बीमारी में महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण बहुत ज्यादा बेचैनी देखी जाती है। सिर्फ सही समय पर जाँच और इलाज ही महिलाओं को इस समस्या से राहत दे सकता है।
हर साल कितनी महिलाएं यूटीआई की चपेट में आती हैं?
एक सर्वे के मुताबिक, सिर्फ यूटीआई के कारण हर साल तकरीबन 10 मिलियन लोग डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाते हैं। वहीं, 5 में से एक महिला इस बीमारी की चपेट में आ सकती है।
लोअर यूटीआई के लक्षण क्या हैं?
बार-बार पेशाब का एहसास होना, पेशाब करने के दौरान दर्द होना, अचानक से तेज पेशाब लगना, ब्लैडर का खाली न होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना आदि लोअर यूटीआई के लक्षण हो सकते हैं।
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