Symptoms of Pregnancy in Hindi- घर पर कर सकती हैं आप प्रेगनेंसी टेस्ट!
प्रेगनेंसी हर महिला के लिए बेहद खास अनुभव होता है। यह वो स्पेशल फीलिंग है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, बस महसूस किया जा सकता है। हालांकि, यह स्पेशल फीलिंग अपने साथ कुछ ऐसे लक्षण लेकर जरूर आती है, जिससे महिलाओं को ये पता चल सके कि अब उनके घर खुशखबरी आने वाली है। जी हाँ, यहाँ हम बात कर रहे हैं प्रेगनेंसी के लक्षणों (Symptoms of Pregnancy in Hindi) की। महिला के कंसीव करने के बाद ही उनके शरीर में कई तरह के बदलाव नजर आने लगते हैं। कुछ महिलाओं में शुरुआत से ही तो कुछ में थोड़ी देरी से गर्भावस्था के लक्षण सामने आते हैं।
इस बारे में लखनऊ से स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. दीपा कपूर बताती हैं कि प्रेगनेंसी का पहला लक्षण है, पीरियड का मिस होना। इसके अलावा जी घबराना, उल्टी, थकावट, कुछ खाने की बहुत ज्यादा इच्छा होना, पीठ में हल्का दर्द व अन्य गर्भावस्था के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) भी महिलाओं को अक्सर परेशान करते हैं।
विस्तार से जानें प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) और सेल्फ केयर टिप्स
1. थकान महसूस होना
प्रेगनेंसी में हार्मोनल बदलाव, मेटाबॉलिज्म में वृद्धि और एनीमिया होने के कारण महिला को थकावट का एहसास हो सकता है। ऐसी अवस्था में निम्नलिखित सेल्फ केयर टिप्स अपनाना जरूरी है-
- पर्याप्त मात्रा में नींद लें
- शरीर को जब भी आराम करने की जरूरत लगे, तभी लेट जाएं
- ज्यादा थकावट होने पर एक बार चिकित्सक से जाँच जरूर कराएं
2. स्तन में असुविधा
प्रेगनेंसी के दौरान मिल्क ग्लैंड्स में विकास होना शुरू हो जाता है, जिसके कारण महिलाओं के स्तन में बदलाव होने लगता है। ऐसे में जो सेल्फ केयर टिप्स अपनाना चाहिये, वो हैं-
- बड़े साइज की सपोर्टिव या नर्सिंग ब्रा पहनें
- कोल्ड कंप्रेसेस का उपयोग करें
3. बार-बार पेशाब आना
प्रेगनेंसी में गर्भाशय का आकार बढ़ता है जिसका दबाव ब्लैडर पर पड़ता है। इस दौरान किडनी भी ज्यादा सक्रिय रूप से काम करती हैं। इसके कारण पहली और तीसरी तिमाही में महिलाओं को बार-बार पेशाब आना जैसे प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) से गुजरना पड़ सकता है। ऐसे में-
- रात में सोने से पहले ज्यादा मात्रा में फ्लूइड का सेवन न करें
- रात में अगर 1 बार पेशाब के लिए उठना पड़े तो इसे सामान्य समझें।
4. सिरदर्द और दृष्टि परिवर्तन
दृष्टि परिवर्तन और सिरदर्द जैसे लक्षण गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप विकसित होने के कारण हो सकते हैं। ऐसी अवस्था में तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिये और निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिये-
- अधिक मात्रा में पानी या जूस का सेवन करें। इससे सिरदर्द व जी मिचलाना जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
- तनाव में न रहें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें।
- अगर तकलीफ ज्यादा हो तो गर्म पानी में तौलिये को भिजाकर उसे अपनी आंखों या माथे पर रखें। इससे आराम मिल सकता है।
5. सीने में जलन
प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) में सीने में जलन होना भी शामिल है। हार्मोनल एवं शारीरिक बदलाव के कारण यह परेशानी हो सकती है। ऐसी अवस्था में-
- उन खाद्य पदार्थों से बचें जो पेट में परेशानी और जलन पैदा करते हैं, जैसे कार्बोनेटेड पेय पदार्थ, कैफीन, चॉकलेट, उच्च अम्लीय खाद्य पदार्थ जैसे खट्टे फल और जूस, टमाटर, तला भूना एवं वसायुक्त भोजन आदि।
- एक बार में ज्यादा न खाएं। थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहें।
- खाने के बीच में पानी पीते रहें।
- सोने से तुरंत पहले खाना न खाएं। अपने रात के खाने और सोने के समय के बीच 2-3 घंटे का गैप जरूर रखें।
6. जी मिचलाना और उल्टी
ये लक्षण भी शरीर में हार्मोल बदलाव के कारण नजर आते हैं। सबसे ज्यादा सुबह के वक्त महिलाओं को इस तकलीफ से गुजरना पड़ता है, जिसे मॉर्निंग सिकनेस भी कहते हैं। ऐसे में निम्नलिखित सेल्फ केयर टिप्स अपनाए जा सकते हैं-
- हर 2 घंटे में थोड़ा-थोड़ा भोजन करें ताकि आपका पेट कभी खाली न रहे।
- सोने से पहले प्रोटीन युक्त स्नैक्स जैसे पनीर, अंडा, मांस, मछली, नट्स आदि खाएं।
- उल्टी और जी मिचलाने की समस्या से आराम पाने के लिए अदरक की चाय पिएं।
इन सबके अलावा कुछ महिलाओं में वेजाइनल डिस्चार्ज, पीठ में दर्द, जोड़ों में दर्द व अन्य कई लक्षण भी गर्भावस्था की ओर इशारा कर सकते हैं। इन लक्षणों के नजर आने पर अब महिलाएं चंद मिनटों में ही अपनी प्रेगनेंसी की पुष्टी कर सकती हैं। इसका सबसे सरल तरीका है- होम प्रेगनेंसी टेस्ट।
जानें प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) की घर पर करें पुष्टी!
इस जाँच के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें-
स्टेप 1
होम प्रेगनेंसी टेस्ट में वैसे तो महिलाएं किसी भी वक्त पेशाब का सैंपल लेकर उसकी जाँच कर सकती हैं लेकिन सुबह होने वाली पहली यूरिन से यह टेस्ट करना ज्यादा बेहतर होता है। इस यूरिन में एचसीजी की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे प्रेगनेंसी की सटीक जानकारी प्राप्त करने में आसानी होती है।
स्टेप 2
एक बार अपने प्रेगनेंसी किट की जाँच जरूर कर लें और ये भी देख लें कि वो किट अच्छे से सील हो। इसके पश्चात किट पर लिखे निर्देशों को अच्छे से पढ़ लें, तभी प्रेगनेंसी के लक्षणों (Symptoms of Pregnancy in Hindi) की जाँच करना आसान होगा।
स्टेप 3
प्रेगनेंसी किट में मौजूद ड्रॉपर की मदद से पेशाब की बूंदे किट में दिये गये सैंपल वेल पर डालें और इसके बाद थोड़ी देर इंतजार करें। एक बात ध्यान में रखें कि प्रेगनेंसी किट में कंट्रोल और टेस्ट नामक 2 लाइनें मौजूद होती हैं, जिनसे प्रेगनेंसी की सही जानकारी मिलती है।
स्टेप 4
सैंपल वेल पर पेशाब की बूंदे डालने के बाद 3 से 5 मिनट तक इंतजार करें। अगर किट पर 2 लाल रंग की लाइन नजर आये तो समझ लें कि आप प्रेगनेंट हैं। अगर एक लाइन नजर आये तो इसका मतलब रिजल्ट नेगेटिव है। वहीं अगर किट पर कोई लाइन दिखाई न दे, तो यह टेस्ट के फेल होने का संकेत होता है। ऐसी अवस्था में आपको नयी किट की मदद से फिर से प्रेगनेंसी टेस्ट करना पड़ेगा।
निष्कर्ष (Conclusion)
प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) दिखने पर अगर महिलाएं घर पर अपनी जाँच करती हैं और उसका रिजल्ट पॉजिटिव आता है, तो इस रिजल्ट पर 99% तक भरोसा किया जा सकता है। इसके बाद महिला को बिना देरी किये अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिये और आगे की प्रक्रिया शुरू करानी चाहिये।
Reference
1. Kapoor, D., 2023. दिखें ये प्रेगनेंसी के लक्षण तो तुरंत कराएं टेस्ट! (2023). Available at:
2. UW Medicine, 2018. Available at: (Accessed: 8 September 2023).
3. Atlas Medical, 2019. Atlas Home Pregnancy Midstream Test (Urine). Available at: (Accessed: 8 September 2023).
4. UNC School of Medicine. 2023. Pregnancy Test Instructions | Time to Conceive
. Available at: (Accessed: 8 September 2023).
गर्भावस्था में किस तरह के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) नजर आते हैं?
पीरियड का मिस होना, जी घबराना, उल्टी, थकावट, कुछ खाने की बहुत ज्यादा इच्छा होना, पीठ में हल्का दर्द, सिर दर्द, हल्की ब्लीडिंग होना व अन्य लक्षण प्रेगनेंसी कै संकेत हो सकते हैं।
होम प्रेगनेंसी कीट का परिणाम कितना सटीक होता है?
प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of Pregnancy in Hindi) दिखने पर अगर महिलाएं घर पर अपनी जाँच करती हैं और उसका रिजल्ट पॉजीटिव आता है, तो इस रिजल्ट पर 99% तक भरोसा किया जा सकता है।
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