भारत की महिलाओं में होने वाले सभी कैंसर के मामलो में स्तन कैंसर प्रथम स्थान पर है। एक सर्वे के मुताबिक यहाँ 29 में से 1 महिला इस बीमारी की चपेट में आती है। वहीं साल 2022 में 40 से 65 साल की 33% महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले सामने आये थे1। आने वाले समय में इन आंकड़ों में बढ़ोतरी की आशंका जतायी जा रही है, जो कि सचमुच चिंता का विषय है। वैसे अगर समय रहते स्तन कैंसर के लक्षण को पहचान लिया जाये, तो इसका पूर्ण इलाज संभव है।
- स्तन में दर्द रहित गांठ बनना
- स्तन में सूजन होना
- स्तन की त्वचा में जलन होना
- स्तन व उसकी आसपास की त्वचा का लाल हो जाना
- निप्पल का अंदर की तरफ धंसना
- निप्पल छूने पर दर्द का एहसास होना
- निप्पल डिस्चार्ज
- स्तन के आकार में बदलाव
स्तन कैंसर के लक्षण का कैसे करें निदान?
स्तन कैंसर के लक्षण नजर आने पर इसका निदान करना आसान है। हालांकि, कभी-कभी महिलाओं में स्तन कैंसर के कोई खास लक्षण नजर नहीं आते हैं, जिसके कारण इसके इलाज में देरी हो जाती है और यही चीज महिला के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। इसीलिए, इसके निदान में बिल्कुल भी देरी न करें। इस बीमारी की जांच और निदान के लिए विभिन्न परीक्षणों का उपयोग किया जा सकता है-
1. मैमोग्राम
यह एक प्रकार का एक्स-रे है, जिसके जरिये स्तन कैंसर का पता लगाया जा सकता है।
2. ब्रेस्ट अल्ट्रासाउंड
यह एक इमेजिंग टेस्ट है, जिसकी मदद से स्तन के उत्तकों की जाँच की जाती है। इसमें साउंड वेव्स का इस्तेमाल किया जाता है ताकि स्तन के अंदरुनी हिस्से की तस्वीर ली जा सके। इस जाँच में स्तन के अंदर तरल पदार्थ से भरी सिस्ट नजर आ सकती है, जिसका पता मैमोग्राम में लगाना मुश्किल होता है।
3. ब्रेस्ट एमआरआई
स्तन कैंसर के लक्षण का पता लगाने के लिए महिलाओं को मैमोग्राम के साथ-साथ ब्रेस्ट एमआरआई कराने की सलाह भी दी जा सकती है। मैमोग्राम में जिन कैंसर का पता नहीं चलता, ब्रेस्ट एमआरआई में उसका पता लगाया जा सकता है।
4. बायोप्सी
बायोप्सी तब की जाती है, जब मैमोग्राम व अन्य इमेजिंग परीक्षण में स्तन में कैंसर होने की आशंका नजर आती है। बायोप्सी की मदद से ही स्तन मैं कैंसर है या नहीं, इसकी पुष्टी की जा सकती है।
क्या है स्तन कैंसर के लक्षण का इलाज?
स्तन कैंसर का इलाज कई बातों पर निर्भर करता है-
- कैंसर किस स्टेज में है
- कैंसर का प्रकार
- कैंसर कोशिकाओं की कुछ विशेषताएं
- महिला की रजोनिवृत्ति की स्थिति
- सामान्य स्वास्थ्य स्थिति
स्तन कैंसर के लक्षण नजर आने पर निम्नलिखित तरीके से इसका इलाज संभव है-
- सर्जरी में ऑपरेशन कर मरीज के शरीर से कैंसर को निकाल दिया जाता है।
- रेडिएशन थेरेपी में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए विकिरण की हाई डोज का इस्तेमाल किया जाता है।
- कीमोथेरेपी में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है।
- हार्मोन थेरेपी में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने के लिए हार्मोन्स को प्रयोग में लाया जाता है।
- टारगेटेड थेरेपी में दी जाने वाली दवाईयां कैंसर कोशिकाओं पर असर डालकर उन्हें निष्क्रिय कर देती हैं।
स्तन कैंसर के लक्षण से निजात दिलाने के लिए की जाती है ये 2 सर्जरी
1. ब्रेस्ट कन्सर्विंग सर्जरी
इसमें स्तन का केवल वो हिस्सा निकाला जाता है, जिसमें कैंसर हुआ है। इस बारे में जयपुर से ओंकोसर्जन,
डॉ. नरेश कुमार सोनी बताते हैं कि स्तन कैंसर के लक्षण का इलाज ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी (Breast Conservation Surgery) यानी कि स्तन संरक्षण सर्जरी की मदद से किया जा सकता है। इस सर्जरी में स्तन के सिर्फ कैंसर ग्रसित हिस्से को निकाला जाता है। इस सर्जरी की मदद से स्तन कैंसर का इलाज अब और ज्यादा आसान हो गया है।
2. मास्टेक्टॉमी
इस प्रक्रिया में महिला के पूरे स्तन को निकाल दिया जाता है। इसमें स्तन के आसपास के उत्तक जैसे लिम्फ नोड्स भी हटा दिये जाते हैं ताकि कैंसर को जड़ से मिटाया जा सके।
स्तन कैंसर के लक्षण की सर्जरी के बाद रिकवरी में लगता है कितना समय?
ब्रेस्ट कन्सर्विंग सर्जरी कराने के बाद अधिकांश महिलाएं 5-10 दिनों के भीतर ही अपनी दैनिक गतिविधियों में वापस लौट सकती हैं। वहीं मास्टेक्टॉमी सर्जरी के बाद महिला को रिकवर होने में 3-4 सप्ताह का वक्त लग सकता है।
वैसे स्तन कैंसर के लक्षण से बचाव करना भी संभव है। अगर इसके कुछ रिस्क फैक्टर्स से बचाव कर लिया जाये, तो न तो महिला को यह बीमारी होगी और न ही उसे उपर बताये गये इलाज की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा।
स्तन कैंसर के लक्षण से कैसे करें बचाव?
1. वजन करें कंट्रोल
बढ़ता मोटापा महिलाओं में स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। इसीलिए वजन को नियंत्रित रखना हर महिला की प्राथमिकता होनी चाहिये। एक्सरसाइज एवं डाइट की मदद से महिलाएं अपने वजन को आसानी से कंट्रोल कर सकती हैं।
2. एक्सरसाइज
स्तन कैंसर के लक्षण से बचाव करना है, तो महिलाओं को रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करना चाहिये। इससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है और अन्य कई बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।
3. धूम्रपान और तंबाकू से रहें दूर
धूम्रपान और तंबाकू का नियमित सेवन महिलाओं में
स्तन कैंसर के लक्षण विकसित होने का कारण बन सकता है। इसीलिए, इन चीजों की लत से दूर रहना महिलाओं के लिए जरूरी है।
4. शराब को कहें ‘No’
शराब शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। आजकल महिलाओं में शराब के सेवन का प्रचलन बढ़ रहा है, जिसकी वजह से वे स्तन कैंसर का शिकार हो सकती हैं। इसीलिए, शराब से परहेज करना आवश्यक है।
5. स्तनपान
लंबे समय तक स्तनपान कराने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर के लक्षण नजर आने का जोखिम काफी कम हो जाता है।
6. रेडिएशन एक्सपोजर से बचें
रेडिएशन थेरेपी स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती है। स्तन कैंसर के लक्षण से बचने के लिए महिलाओं का रेडिएशन एक्सपोजर से बचना जरूरी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
स्तन कैंसर के लक्षण से बचाव और इसका इलाज, दोनों ही संभव है। बस महिलाओं को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। इस मामले में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
Reference
1. Mathur, P., Sathishkumar, K., Chaturvedi, M., Das, P. and Stephen, S., 2022.Cancer incidence estimates for 2022 & projection for 2025: Result from National Cancer Registry Programme, India", Indian Journal of Medical Research, 0(0), p. 0. doi: 10.4103/ijmr.ijmr_1821_22. (Accessed: 15 September 2023).
2. American Cancer Society, 2022. Breast Cancer Early Detection and Diagnosis.
Available at (Accessed: 15 September 2023).
3. Cooper health, 2015.
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4. American Cancer Society, 2023 Treating Breast Cancer.
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5. Soni, N.K., 2023. ब्रेस्ट कन्वर्जन सर्जरी के बारे में जानें
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6. Chun, C., 2021. Medical News Today. Breast cancer surgery: Types, recovery time, cost, and more (2023). Available at: (Accessed: 15 September 2023).
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