क्या आपका बच्चा अक्सर सिरदर्द की शिकायत करता है?
क्या आपके बच्चे के देखने की शक्ति भी हो रही है कमजोर? अगर हाँ, तो हो जाएं सावधान! ये लक्षण बच्चे में ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor Symptoms Hindi) का संकेत हो सकते हैं। इस बीमारी में मस्तिष्क व उसके आसपास के हिस्से में कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि से गांठ बन जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्रेन ट्यूमर बच्चों में कैंसर का दूसरा सबसे प्रमुख कारण है।
अगर इस बीमारी की शुरुआत मस्तिष्क के अंदर होती है तो इसे प्राइमरी ट्यूमर कहा जाता है। वहीं अगर शरीर के दूसरे किसी हिस्से में हुए कैंसरयुक्त ट्यूमर से असामान्य कोशिकाएं मस्तिष्क में फैल जाती हैं, तो उस अवस्था को सेकेंडरी ट्यूमर कहा जाता है। ब्रेन ट्यूमर या तो बिनाइन या फिर मैलिग्नेंट हो सकते हैं। बिनाइन ट्यूमर में कैंसर कोशिकाएं नहीं होती हैं और एक बार इलाज होने के बाद इस बीमारी के दोबारा होने की संभावना न के बराबर होती है। दूसरी तरफ मैलिग्नेंट ब्रेन ट्यूमर आमतौर पर तेजी से बढ़ते हैं और आसपास के ऊतकों पर आक्रमण करते हैं। इसके अलावा उपचार के बाद मैलिग्नेंट ब्रेन ट्यूमर के लक्षण (Brain Tumor Symptoms Hindi) बच्चों में फिर से नजर आ सकते हैं।
बच्चों में ब्रेन ट्यमूर के लक्षण (Brain Tumor Symptoms in Hindi)
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण ट्यूमर के आकार, मस्तिष्क के किस हिस्से में ट्यूमर हुआ है और यह मस्तिष्क के उस हिस्से को कैसे प्रभावित करता है, इन सब बातों पर निर्भर करता है। ऐसी अवस्था में बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते हैं-
- सिरदर्द (सुबह में जरूरत से ज्यादा दर्द हानो)
- उल्टी (आमतौर पर सुबह) या बीमार महसूस करना
- दौरे पड़ना
- चिड़चिड़ापन
- रोजमर्रा की चीजों में रुचि कम होना
- आंखों की समस्याएं, जैसे आंखों की असामान्य गति, धुंधलापन या दोहरी दृष्टि,
- बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
- बिना किसी कारण के अत्यधिक नींद आना
ब्रेन ट्यूमर के अन्य लक्षणों (Brain Tumor Symptoms Hindi) में संतुलन और चलने में समस्या, शरीर के एक तरफ कमजोरी एवं व्यवहार में बदलाव होना भी शामिल है।
ब्रेन ट्यमूर के लक्षण (Symptoms of Brain Tumor in Hindi) का निदान कैसे करें?
बच्चों में ब्रेन ट्यूमर का पता लगाने के लिए सबसे पहले बच्चे में हाल ही में नदर आये लक्षणों के बारे में चिकित्सक पूछेंगे। चिकित्सक ऑप्थाल्मोस्कोप की मदद से आँखों के पिछले हिस्से में सूजन की जाँच का पता लगा सकते हैं, जो मस्तिष्क में बढ़े हुए दबाव का संकेत हो सकता है। इसके साथ ही निम्नलिखित तरीकों से बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों (Brain Tumor Symptoms Hindi) का निदान किया जा सकता है-
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण की कैसे करें पहचान?
अधिकांश बच्चों का सीटी या एमआरआई स्कैन किया जाता है ताकि मस्तिष्क के अंदर की स्थिति का अच्छे से पता चल सके। सीटी स्कैन में एक्स-रे का उपयोग किया जाता है। सबसे पहले यही जाँच की जाती है लेकिन इसमें एमआरआई जितनी विस्तृत तस्वीरें नहीं नजर आती हैं। वहीं एमआरआई स्कैन में एक्स-रे का उपयोग नहीं होता है और यह मस्तिष्क की अधिक विस्तृत तस्वीरें देता है। हालांकि, इस प्रक्रिया में वक्त ज्यादा लगता है।
2. रक्त परीक्षण
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों (
Brain Tumor Symptoms Hindi) के निदान में रक्त परीक्षण कराना महत्वपूर्ण है। ये आमतौर पर यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि ऑपरेशन करना सुरक्षित है या नहीं। रक्त परीक्षण से ट्यूमर के कुछ अन्य प्रकारों का भी पता लगाया जा सकता है।
3. बायोप्सी
यह पता लगाने के लिए कि यह किस प्रकार का ट्यूमर है, अक्सर डॉक्टरों के लिए ट्यूमर का एक छोटा सा हिस्सा (बायोप्सी) निकालना आवश्यक होता है। इसका मतलब है कि आपके बच्चे को सामान्य एनेस्थेटिक के तहत ऑपरेशन के लिए अस्पताल जाने की आवश्यकता पड़ती है। इसके बाद हटाए गए ट्यूमर के टुकड़े की जांच एक विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा माइक्रोस्कोप के तहत की जाती है जिसे पैथोलॉजिस्ट कहा जाता है।
बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षण (Brain Tumor Symptoms Hindi) का इलाज क्या है?
चूँकि ब्रेन ट्यूमर विभिन्न प्रकार के होते हैं, इसलिए उपचार की प्रक्रिया भी सभी के लिए अलग-अलग होती है। ब्रेन ट्यूमर के प्रकार, उसके आकार और यह मस्तिष्क में टयूमर कहां हुआ है, इसके आधार पर ही मरीज का इलाज किया जाता है। जैसे,
1. सर्जरी
ब्रेन ट्यूमर का मुख्य इलाज सर्जरी है। यह ऑपरेशन बहुत लंबा हो सकता है। इनका 6 या 8 घंटे से अधिक होना कोई असामान्य बात नहीं है।
2. रेडियोथेरेपी
इस थेरेपी में उच्च ऊर्जा विकिरण किरणों का उपयोग करके कैंसर का इलाज किया जाता है। इस प्रक्रिया में बच्चे के मस्तिष्क के एमआरआई स्कैन से जुड़ी मशीनों का उपयोग करके, रेडियोथेरेपी बेहद सावधानी से दी जाती है। इस प्रक्रिया में आमतौर पर हर बार कुछ मिनट लगते हैं लेकिन अक्सर इसे 5 या 6 सप्ताह तक जारी रखने की आवश्यकता होती है।
3. कीमोथेरपी
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों (Brain Tumor Symptoms Hindi) से छुटकारा दिलाने में कीमोथेरेपी बेहद कारगर होता है। कीमोथेरेपी में कैंसर कोशिकाओं से छुटकारा पाने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है। यह दवाइयां या तो नसों में इंजेक्ट की जाती हैं या फिर कभी-कभी मौखिक रूप से दी जाती हैं।
इस बारे में सीनियर न्यूरोसर्जन,
डॉ. यशपाल सिंह राठौड़ बताते हैं कि सर्जरी ही ब्रेन ट्यूमर का सबसे प्रमुख इलाज है। मैलिग्नेंट ट्यूमर होने पर में मरीज को रेडियोथेरेपी या कीमोथेरेपी दी जाती है। जिन्हें बिनाइन ट्यूमर होता है वे सर्जरी के बाद पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
अगर आपका बच्चा सिरदर्द से परेशान है तो उसे बिल्कुल भी इग्नोर न करें क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर का सबसे प्रमुख लक्षण (
Brain Tumor Symptoms Hindi) है। इस बीमारी का इलाज संभव है लेकिन इसके लिए सही समय पर बच्चे का डॉक्टर के पास जाना जरूरी है। इसीलिए, पेरेंट्स इस मामले में विशेष सावधानी बरतें और अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने में देरी न करें।
Reference
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FAQ
बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षण क्या हैं?
सिरदर्द, उल्टी, दौरे पड़ना, चिड़चिड़ापन, रोजमर्रा की चीजों में रुचि कम होना, आंखों की समस्याएं, बहुत ज्यादा थकान महसूस होना आदि लक्षण बच्चों में ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकते हैं।
बच्चों में ब्रेन ट्यूमर का निदान कैसे किया जाता है?
बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के निदान के लिए सीटी स्कैन, एमआरआई, रक्त परीक्षण एवं बायोप्सी की जाती है।
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