क्या आप लेते हैं हद से ज्यादा टेंशन, तो सिरदर्द से राहत पाना है मुश्किल!
रह-रहकर सिरदर्द होना, काम पर फोकस न कर पाना, घरेलू उपचार करने के बाद भी सिरदर्द से राहत न मिलना, ये परेशानी सिर्फ आप ही नहीं बल्कि आप जैसे कई लोग झेल रहे हैं। अब परेशानी है, तो उसका कोई कारण भी जरूर होगा और आज के समय में सिरदर्द का मुख्य कारण है तनाव। जी हाँ, जरूरत से ज्यादा टेंशन लेना, इस परेशानी की सबसे बड़ी वजह बन चुका है।
90% लोगों को टेंशन के कारण होता है सिरदर्द (Ref)
90% लोग टेंशन हेडेक के कारण परेशान रहते हैं। रोजाना के जीवन से जुड़ा तनाव लोगों में सिरदर्द का मुख्य कारण है। ऐसी अवस्था में सिर के दोनों किनारे और गर्दन के पीछे के हिस्से में व्यक्ति को दर्द होता है। कभी-कभी यह दर्द कुछ घंटों में ठीक हो जाता है, तो वहीं कुछ लोगों को काफी दिनों तक इस समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे बचाव के 2 ही उपाय है। पहला, या तो व्यक्ति टेंशन लेना छोड़ दे और नहीं तो फिर चिकित्सक से संपर्क कर उनके कहे अनुसार दवाईया लें। तभी उसे इस तकलीफ से राहत मिल सकती है।
टेंशन से सिरदर्द होने के क्या कारण हैं?
तनाव के कारण होने वाले सिरदर्द की वजह कोई बीमारी नहीं होती बल्कि फिजिकल और इमोशनल स्ट्रेस के कारण व्यक्ति को सिर में तेज दर्द का एहसास होने लगता है। निम्नलिखित ट्रिगर फैक्टर्स इस दर्द को बढ़ाने का कारण बन सकते हैं- (Ref)
1. शराब की लत व्यक्ति को टेंशन हेडेक दे सकती है। इसीलिए, पुरुष को पूरे दिन में 2 और महिला को 1 से ज्यादा ड्रिंक नहीं लेनी चाहिये।
2. ज्यादा मात्रा में चाय, कॉफी व अन्य कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन तनाव से होने वाले सिरदर्द को ट्रिगर कर सकता है।
3. सर्दी, खांसी, फ्लू या साइनस इंफेक्शन टेंशन हेडेक का कारण बन सकता है।
4. धूम्रपान की लत तनाव को कम करने की जगह व्यक्ति की परेशानियों को बढ़ा सकती है। इन परेशानियों में टेंशन हेडेक भी शामिल है।
4 आसान उपायों से पाएं तनाव से होने वाले सिरदर्द से छुटाकारा (Ref)
i) रोजाना कम से कम 8 घंटे की नींद व्यक्ति के लिए जरूरी है। इसके साथ ही समय पर खाना, एक भी वक्त का खाना स्किप न करना और स्वयं को तनाव मुक्त रखना व्यक्ति को सिरदर्द से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है।
ii) शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रिलैक्सिंग थेरेपी तनाव से होने वाले सिरदर्द से आराम देने में सहायता करती है। शारीरिक रिलैक्सिंग थेरेपी में मांसपेशियों को आराम देने के लिए गर्दन और कंधों पर हीटिंग पैड लगाने से व्यक्ति को आराम मिल सकता है। साथ ही व्यायाम करने से भी मांसपेशियां मजबूत होती हैं और रिलैक्स रहती हैं। इससे व्यक्ति का सिरदर्द कम हो सकता है।
iii) बायोफीडबैक थेरेपी से टेंशन हेडेक को कम किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में थेरेपिस्ट व्यक्ति की त्वचा पर इलेक्ट्रोड्स लगाते हैं ताकि उसकी गर्दन और कंधे की मांसपेशियों से निकलने वाले इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स का पता लगाया जा सके। इससे व्यक्ति को भी पता चलता है कि कब टेंशन के कारण उसकी मांसपेशियां सख्त होना शुरू हो रही हैं। ऐसे में मांसपेशियों को आराम देने के तरीकों को अपनाकर वो टेंशन हेडेक से छुटकारा पा सकता है।
iv) अगर तनाव से होने वाला सिरदर्द बढ़ जाये तो व्यक्ति डॉक्टर से संपर्क कर दवाईयों की मदद से भी अपना तनाव कम कर सकता है।
FAQ
क्या तनाव के कारण हो सकता है सिरदर्द?
जरूरत से ज्यादा तनाव लेने सिरदर्द का मुख्य कारण है। इसे टेंशन हेडेक कहते हैं। तकरीबन 90% लोगों में सिरदर्द की वजह उनका बढ़ता तनाव ही है। इसीलिए, हद से ज्यादा टेंशन लेने से बचें।
टेंशन हेडेक बढ़ाने वाले जोखिम कारक क्या हैं?
शराब और धूम्रपान की लत, ज्यादा मात्रा में कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन, सर्दी, खांसी, फ्लू या साइनस इंफेक्शन आदि टेंशन हेडेक को ट्रिगर कर सकते हैं।
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