इन 8 जीवनशैली बदलावों को अपनाएं, हार्ट अटैक के खतरे को करें कम
हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाएं सचमुच डराने वाली हैं। कब, कहाँ, किस वक्त अचानक से व्यक्ति को हार्ट अटैक आ जाये, कुछ कहा नहीं जा सकता। इसीलिए, यह जरूरी है कि अब इस जानलेवा परिस्थिति से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। एक बात जान लें कि सही जीवनशैली ही वो आसान तरीका है, जिससे आप स्वयं को हार्ट अटैक के लक्षण से बचा सकते हैं। इसके लिए ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है, बस नीचे बताये 8 बदलाव से काफी कुछ सही हो सकता है-
सही पोषण चुनें
हृदय रोग से लड़ने के लिए स्वस्थ आहार सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है। भोजन और उसकी मात्रा हार्ट अटैक के अन्य जोखिम कारक जैसे कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप, ग्लूकोज के स्तर और वजन पर असर डालती है। स्वस्थ रहने के लिए ऐसा भोजन खाएं, जिनमें विटामिन, खनिज, फाइबर और अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मौजूद हों और कैलोरी की मात्रा सीमित रहे। सब्जियों, फलों और साबुत अनाज का सेवन ज्यादा करें। सैचुरेटेड और ट्रांस फैट, अतिरिक्त नमक, चीनी एवं सोडियम का सेवन कम करें। सही खानपान हार्ट अटैक के लक्षण से राहत देने में मदद करता है।
बीपी को करें कंट्रोल
(Normal BP Kitna Hota Hai) - बीपी और हृदय रोग का गहरा कनेक्शन है। जैसे-जैसे बीपी बढ़ता है, ब्लड पंप करने के लिए हृदय को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में धमनियों की परतों में प्लाक का जमाव होने लगता है और धमनियां सख्त होने लगती हैं। इसके कारण रक्त का प्रवाह बाधित होता है और हृदय में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इस वजह से हार्ट अटैक के लक्षण नजर आ सकते हैं।
वजन नियंत्रित रखें
कैलोरी का ज्यादा सेवन और बहुत कम शारीरिक गतिविधि करने से वजन बढ़ने या मोटापे का खतरा बढ़ सकता है। कई लोगों को वजन कम करने में कठिनाई होती है लेकिन अगर 5-10% तक भी वजन घटा लिया जाये, तो कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को कम किया जा सकता है। वजन घटाने से उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करने में मदद मिलती है। यह मधुमेह को नियंत्रित करने में भी मदद करता है और इस तरह हार्ट अटैक के लक्षण से बचा जा सकता है।
डायबिटीज का प्रबंधन करें
डायबिटीज यानी मधुमेह एक दीर्घकालिक स्थिति है। अगर लंबे समय से डायबिटीज कंट्रोल से बाहर है, तो इसका मतलब हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बहुत ज्यादा बढ़ चुका है। डायबिटीज का हृदय स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर हार्ट अटैक के लक्षण से बचना है, तो इस बीमारी को कंट्रोल में रखना जरूरी है। सही खानपान, व्यायाम, नियमित जाँच एवं दवाइयों की मदद से ऐसा करना संभव है।
नींद को दें महत्व
नींद की कमी कई बीमारियों की जड़ है और इसमें हार्ट अटैक भी शामिल है। आप कितने समय सो रहे हैं और आपकी नींद की गुणवत्ता कैसी है, इस पर कई बातें निर्भर करती हैं। हार्ट अटैक के लक्षण या अन्य बीमारियों से बचाव के लिए रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद लेना हर किसी के लिए जरूरी है। जिन्हें रात में ठीक से नींद नहीं आती, वे कुछ बातों का ध्यान रख नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं। इसमें शारीरिक गतिविधियां करना, सोने का सही रूटीन बनाना, सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहना व अन्य बातें शामिल हैं।
धूम्रपान बंद करें
अगर आप धूम्रपान के आदी हैं, तो आज से ही इसका सेवन करना छोड़ दें। धूम्रपान आपके दिल को बीमार बना सकता है। हार्ट अटैक के प्रमुख कारणों में धूम्रपान का नाम भी शामिल है, जिससे दूरी बनाना बेहद आवश्यक है।
तनाव को कहें अलविदा
लंबे समय से तनाव रहना बीपी, मधुमेह व अन्य कई बीमारियों का कारण बन सकता है और इन बीमारियों का सीधा कनेक्शन है हृदय से। जीवन में तनाव रहना आम है लेकिन स्वस्थ रहने के लिए तनावमुक्त रहने की कोशिश करना जरूरी है। अगर आप हार्ट अटैक के लक्षण को नहीं झेलना चाहते, तो स्वयं को तनावमुक्त बनाने की कोशिश करें। नियमित व्यायाम, ध्यान, योगा, दोस्तों व परिवार के साथ समय बिताना, अपने मनपसंद कार्य करना व अन्य तकनीक से तनाव से छुटकारा पाया जा सकता है।
एक्सरसाइज से करें दोस्ती
किसी भी बीमारी से बचने का सीधा रास्ता है एक्सरसाइज यानी व्यायाम। शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रखने के लिए हर व्यक्ति का रोज एक्सरसाइज करना जरूरी है। दिन में कुछ वक्त आप भी व्यायाम को जरूर दें। आप चाहें तो ब्रिस्क वॉकिंग, स्वीमिंग, साइकिलिंग व अपनी पसंद और क्षमता के अनुसार अन्य विकल्प भी चुन सकते हैं। कई शोधों में भी इस बात की पुष्टी की गयी है कि नियमित एक्सरसाइज करने वाले लोगों में अन्य की तुलना में हार्ट अटैक के लक्षण विकसित होने का खतरा कम होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के समय में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों से सीख लेने की जरूरत है। अगर ऊपर बतायी गयी बातों को असल जिंदगी में लागू किया जाये, तो हार्ट अटैक के लक्षण से बचा जा सकता है। इसीलिए, आज से ही अपनी जीवनशैली में बदलाव की कोशिशें शुरू कर दें।
हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं?
सीने में दर्द या भारीपन, कमजोरी, चक्कर, थकान लगना, पसीना आना, धुंधली दृष्टि व अन्य लक्षण हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं।
हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या नहीं खाना चाहिये?
हार्ट अटैक से बचना है तो सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट एवं कैलोरी युक्त खाने का सेवन न करें। साथ ही अतिरिक्त नमक, चीनी एवं सोडियम से भी परहेज करें।
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